लखनऊ में उत्पीड़न के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कठोर शब्दों में निंदा की
गोण्डा । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) जिला कमेटी सचिव मंडल गोण्डा बलरामपुर ने एक प्रेस बयान जारी कर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में उत्पीड़न के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कठोर शब्दो मे निंदा की है।
बयान में कहा गया है कि चीफ प्रॉक्टर के आदेश पर छात्रों को लाठियों से पीटने वाले गार्डों तथा चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई न करके उल्टे पीड़ित छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है जो बेहद अलोकतांत्रिक और तानाशाही पूर्ण कदम है।
सीपीआई (एम) जिला सचिव मंडल ने कहा है कि बी.बी.यू जैसे शिक्षा संस्थान को छात्र उत्पीड़न और केवल आरएसएस विचारधारा का प्रचार केंद्र बना दिया गया है। यहां छात्रों को भगत सिंह तथा डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद करने नहीं दिया जाता है किंतु आरएसएस प्रायोजित धार्मिक जुलूस डी.जे के साथ निकाला जा सकता है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस रवैया का विरोध कर रहे छात्रों को लाठियों से बर्बरता के साथ पीटा गया इसके विरोध में छात्र भूख हड़ताल पर बैठे थे और 25/26 अप्रैल की रात्रि में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार छात्रों को कहां ले जाया गया है पुलिस यह भी बताने के लिए तैयार नहीं है।
सीपीआई (एम) जिला सचिव मंडल ने कहा कि गिरफ्तार छात्रों को तत्काल रिहा किया जाए। उनकी मांगों को स्वीकार करते हुए लाठीचार्ज करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
Apr 26 2024, 18:45